Monday, January 2, 2012

Learn English_For CGPSC Mains Examination






ENGLISH GRAMMAR

परिचय
हमारे जीवन में अंग्रेजी भाषा की एक अहम भूमिका है. लगभग हर हिंदुस्तानी यह चाहता है कि उसकी इस भाषा पर अच्छी पकड़ हो. और कुछ नहीं तो कम से कम इसकी समझ तो हो ही.


Introduction

English plays an important role in our lives. Almost every Indian has or wants to have a command over this widely used language. If nothing else, he must have atleast a good understanding of it.


            
                                                           Director
                                                     Nishkarsh Academy








Sentence (सेंटेंस) – वाक्य
We use language to exchange messages with others. Every language provides the usage of a collection of words to communicate. Such collection of words that communicate a complete message is known as a sentences.

संदेश के आदान प्रदान के लिये भाषा का उपयोग किया जाता है. हर भाषा में बोलने अथवा लिखने के लिए शब्दों के समूहों का प्रयोग किया जाता है. ऐसे शब्दों के समूह जिनके भाव पूरे हों को हम sentence (वाक्य) कहते हैं.

In a sentence we can mention any person or object and provide a description.
Sentence द्वारा किसी व्यक्ति या वस्तु का उल्लेख करते हैं और उस के सम्बन्ध में कुछ वर्णन करते हैं.
Type of Sentences - वाक्य के प्रकार

Based on the way the words are grouped and their meaning the sentences are classified into 4 sub-groups.

उपयुक्त शब्दों के समूह से जो अर्थ और भाव प्रकट होते हैं उनके आधार पर Sentences को चार वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है.
Declarative (डिक्लेरेटिव) या Assertive (ऐसरटिव)
Interrogative (इन्टैरोगेटिव)
This is a good book.
यह एक अच्छी किताब है.

My house is in Bilaspur.
मेरा घर बिलासपुर में है.


Sentence used to describe something or express acceptance are known as declarative or assertive sentences.
Declarative या assertive sentences उन वाक्यों को कहा जाता जो वर्णन करते या स्वीकृत करते हैं. जैसे ...Sentences of this type are used to describe something or inform about its status.
इस श्रेणी के वाक्यों से किसी के बारे स्थिति की जानकारी या उसका विवरण मिलता है.
What is your name?
आप का नाम क्या है?

Have you done your work?
क्या आप ने अपना काम किया?


Sentence enquire about some or ask a question are known as interrogative sentences.
वह वाक्य जो प्रश्न पूछता है. कोई भी सवाल पूछने वाला वाक्य को Interrogative (इन्टैरोगेटिव) वाक्य होता है. जैसे... An interrogative sentence are also called a question. This type of sentences are used to make an enquiry.
Interrogative
वाक्यों को Question (प्रश्न या सवाल) भी कहते हैं. इसका प्रयोग करने वाला कुछ जानना चाहता है.

While writing questions are ended with a question mark (?).
लिखते समय इस श्रेणी के वाक्यों के अंत में question mark (प्रश्न चिन्ह) - ? - लगाया जाता है.
Imperative (इन्पैरेटिव)
Exclamatory (ऐक्सक्लेमेटरी)
Please come home before sunset.
कृपया सूर्यास्त से पहले घर आना.

Complete your work now.
अपना कार्य अभी पूरा करो.
Sentence used to command or request to do something imperative sentences. Imperative वाक्य वह वाक्य है जो आज्ञा या प्रार्थना व्यक्त करे.

This type of sentence is used to tell some one to do something - it could be either a request or a command. Like...

यह वह वाक्य है जो किसी और को कोई कार्य करने के लिये कहता है - कहनेवाला आग्रह सकता या आज्ञा दे सकता. जैसे... 


The first sentence shown above is an example of a request while the second is a command. In both cases the speaker is asking someone to do something.
ऊपर के उदाहरण में से एक प्रार्थना है और दूसरा आज्ञा. दोनो ही मामलों में इनके उपयोग से सामने वाले को कुछ करने को कहा गया है.
Yippie! I have won!
यिप्पी! मैं जीत गया!

Oops! I fell!
अर! मैं तो गिर गया!
Sentence that are spontaneous expressions of suddenly experienced emotions of happiness, sorrow etc. are known as exclamatory sentences.
वह वाक्य जो बहुत गहरी या अचानक उठीं भावनाओं को प्रकट करे उसे Exclamatory वाक्य कहते हैं.


The group of words used to express the sentiments when you suddenly receive a good or a bad news. Such sentences are refered to as Exclamatory sentences and at the time of writing are ended with an exclamation mark (!). 
अचkनक मिली खुशी या गम की खबर के भाव को व्यक्त करें के लिये जो शब्दों का समूह उपयुक्त होता है वह Exclamatory वाक्य कहलाता है और लिखते समय इनका अंत एक्सक्लमेशन चिन्ह (!) से किया जाता है.




Parts of Speech - शब्द भेद

The type of sentence depends on the role of the words used in it.
किसी भी वाक्य में प्रयुक्त हो रहे शब्दों का भूमिका तय करती है कि वह वाक्य उपर दिये किस श्रेणी का है. यहाँ हम शब्दों के अलग-अलग. 

Experts have classified the role of words into 8 sub-groups and these are known as the 
parts of speech.
विशेषज्ञों ने शब्द-भेदों को चिन्हित किया है और यहाँ हम इन्हीं शब्द-भेदों के प्रयोगों पर चर्चा करेंगे.


Parts of Speech (पार्ट्स ऑफ स्पीच) शब्द-भेद

A words are spoken or written together in a specific manner to create meaningful sentences. The interpretation of the message can be changed in how the words are arranged or used.

In order to get the proper sequence of words to deliver the correct message we must understand the different categories or parts of speech.
Eight different parts of speech have been identified in the english language, on the basis of which one can create and deliver a sentence with the proper content and message.

किसी भी वाक्य को लिखने या बोलने के लिए शब्दों के समूह का उपयोग किया जाता है. वाक्य में मौजूद संदेश को सही भाव और अर्थ में पेश करन पाना ही एक अच्छे भाषा के जानकार की सही पहचान है. शब्दों के उपयोग के प्रकार और वाक्य के भाव से तय होता है कि वाक्य किस श्रेणी का है. शब्दों के सही उपयोग को समझने के लिये विशेषज्ञों ने उन्हें 8 मुख्य वर्गों में बाँटा है. इन वर्गों को English भाषा में Parts of Speech और हिंदी शब्द-भेद कहते हैं.
8 प्रकार के Parts of Speech (शब्द-भेद) इस प्रकार हैं... 
Noun (नाउन) - संज्ञा
Adjective (एडजेक्टिव) - विशेषण
वह शब्द जो किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम के रूप में प्रयोग किया जाता हैं उसे Noun कहते हैं.

The word used as the name to indicate a person, place or thing is called a 
noun.
Adjective वह शब्द है जो Noun का वर्णन करता है या उनके बारे में संकेत देता है, जैसे कि रंग-रूप, गुण-दोष, संख्या, आदि.
The word that describe the noun - that elaborate on the appearance, quality, quantity etc. - is known as an 
adjective.

Pronoun (प्रोनाउन) - सर्वनाम

Verb (वर्ब) - क्रिया
Pronoun वह शब्द है जो Noun के स्थान पर प्रयोग किया जाता है.
Pronoun is the word used in place of a noun, generally to avoid repetition of the noun.
Verb वह शब्द या शब्दों का समूह है जो Noun के विषय में कुछ कहे अथवा उनके कोई कार्य का करना प्रकट करे.
Verb is the word or group of words that says something about the noun or expresses some action by the noun.
Adverb (एडवर्ब) - क्रिया विशेषण
Preposition (प्रेपोजिशन) - सम्बन्ध सूचक-अव्यय
Adverb वह शब्द है जो Verb, Adjective या अन्य Adverb के अर्थ को सुधारे या उसकी विशेषता प्रकट करे.
An 
adverb is the word that improvises or expresses some characteristics of the verb, adjective or some other adverb.
Preposition वह शब्द है जो किसी Noun या Pronoun के साथ प्रयोग किया जाता है और जो उस Noun या Pronoun का सम्बन्ध किसी दूसरे Noun या Pronoun से प्रदर्शित करता है.
Preposition is a word used with a noun or pronoun. It expresses the relationship of that noun or pronoun with some other noun or pronoun.



Conjunction (कंजंक्शन) - समुच्चय बोधक अव्यय
Interjection (इंटरजेक्शन) - विस्मयादि बोधक अव्यय
Conjunction वह शब्द है जो दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ता है.
Conjunction is the word that joins two words or sentences.
Interjection वह शब्द है जो अचानक दिल से प्रकट होने वाली भावना को दर्शाता है.
Interjection is the word that expresses the strong sudden sentiments sometimes experienced.

 

 

 

Noun (नाउन) – संज्ञा

Generally, the purpose of a sentence is to provide information about or give instructions to a person, animal, place or thing.

The word or words used in the sentence that refer to the name of the person, animal, place or thing are known as Noun. It is probably the most widely used part of speech.

वाक्य का उप्योग आम तौर पर किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के बारे में जानकारी या उसे कोई निर्देश देने के लिये किया जाता है. वाक्य में प्रयुक्त होने वाले किसी भी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम को Noun कहते हैं. ऐसे शब्दों को हिंदी व्याकरण में इसे संज्ञा कहते हैं.

संज्ञा की तरह उप्योग में लाये जाने वाले अधिकांश शब्दों को अलग से पहचाना जा सकता है. जेसे राम (Ram), लड़का (boy), गुलाब (gulab), घर (house) ये सभी नाउन के उदाहरण हैं.

All words used in a sentence as a name for any person, place, animal, object etc come under the classification of noun.

Noun के अंतर्गत हर वह शब्द आता है जो किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम के रूप में वाक्य मौजूद हो. 

Nouns can be further sub-classified into various categories depending on the type of object they refer to.
किसी के नाम से प्रकट होने वाले विशेषता के अनुसार noun को कई प्रकार से वर्गिकृत किया जाता है.

Types of nouns are...
आइये, अलग-अलग प्रकार के Noun पर एक नजर डालें.

Collective Noun (समूहवाचक संज्ञा)

Special names have been assigned to some special group of things when they are refered to as one in a collective way, such nouns are called collective nouns.

eg. 
crowd, fleet

कुछ व्यक्तियों अथवा वस्तुओं का जिकर एक साथ करने के लिये विशेष नामों का प्रावधान किया गया है. समूह को दिये गये इन विशेष नामों को Collective Noun कहते हैं.
उदाहरण... 

crowd
collection of people
आदमियों का समूह (भीड़)
army
collection of soldiers
सैनिकों का समूह
team
collection of people working together for a common goal - eg. cricket team.
ऐसे व्यक्तियों का समूह जो एक साजा मकसद के लिये एक साथ हों - जैसे क्रिकेट टीम.
flock
collection of birds, sheep, or goats that travel, live, or feed together
पक्षियों, भेड़, बकरी जैसे जानवरों का झुंड जो एक साथ रहते, चरते और सफर करते हैं.
herd
collection of domestic animals like cattle
गाय जैसे घरेलू जानवरों का समूह
fleet
collection of ships, vehicles of a single owner
जहाजों या एक ही माहिक के वाहनों का समूह
family
collection of people related by birth, marriage or adoption
ऐसे लोगों का समूह जो आपस में जन्म, विवाह या गोद से सम्बन्द्धित हों
nation
collection of people under a single government
एक ही शासन के अंतर्गत लोगों का समूह

Abstract Noun (भाववाचक संज्ञा)

Abstract noun is the word used as the name of a quality, action or state when that quality, action or state is considered as an object.
Abstract noun
उस शब्द को कहते हैं जिसका उपयोग किसी गुण या स्थिति का वर्णनन एक वस्तु की तरह करते हैं. 

To describe any name, place or thing we will say something like
this...
किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के गुण का वर्णनन करने हम ऐसा कुछ कहते हैं...
He is a good person. (वह एक अच्छा व्यक्ति है.)
if we want to describe a quality, then we need to refer to the quality as a noun, like...
अगर किसी गुण का वर्णनन करना हो तब हमें उस गुण के संज्ञा रूप वाले शब्दों की जरूरत पड़ती है. जैसे...
What is goodness? (अच्छाई क्या है?)

Good is a word used to describe that quality of a person, and 
goodness is the noun form of the word good.
good
एक ऐसा शब्द है जिसका उप्योग person के गुण के बारे में जानकारी देने के लिये किया गया है और goodness (अच्छाई) उसका संज्ञा रूप है. 
The noun form of any quality, action or state is known as an abstract noun.
किसी गुण, कर्म या अवस्था का उल्लेख जब किसी वस्तु की तरह करना हो तब उस गुण, कर्म या अवस्था का जो संज्ञा रूप (noun form) प्रयुक्त किया जाता है उसे Abstract Noun कहते हैं.

Below are some examples of the three types of abstract nouns.
नीचे तीनों प्रकार के abstract nouns के कुछ उदाहरण हैं. 

Quality 
(
गुण )
goodness
अच्छाई
whiteness
सफेदी
honesty
इमान्दारी
bravery
बहादुरी



Action 
(
कर्म)
pleasure
प्रसन्नता
movement
हरकत
judgement
फैसला



State 
(
अवस्था)
childhood
बचपन
youth
युवावस्था
poverty
गरीबी

 

Gender

All common nouns indicate the gender of the person, animal or object.
सभी common noun वक्ति, पशु या वस्तु के लिंग की जानकारी देते हैं.
Nouns can be categorized into 4 groups based on their gender.
Gender (
लिंग) के आधार पर noun को 4 वर्गों में बांटा जा सकता है...
  • Masculine Gender पुल्लिंग 
    Noun used for a male.
    Male (
    नर) के लिये उप्युक्त होने वाले noun
  • Feminine Gender स्त्रीलिंग
    Noun used for a female.
    Female (
    मादा) के लिये उप्युक्त होने वाले
  • Common Gender उभयलिंग
    Nouns that represent both males and females.
    Male
    और Female दोनो के लिये उप्युक्त होने वाले, और
  • Neuter Gender नपुंसकलिंग
    Nouns that are use of items that do not have any gender.
    वे noun जो ऐसे वस्तुओं का बोध करते हैं जो ना ही masculine हैं और ना ही feminine हैं.
Observe the words in the following table...
निम्न शब्दों पर ध्यान करें...


Masculine
Feminine
Common
1.
boy
girl
child
2.
man
woman
person
3.
lion
lioness
animal

Each line shows first a male (masculine gender), a female (feminine gender) followed by a of the common gender equivalent in the third column.

प्रत्येक line का पहला शब्द male (नर) को दर्शाता है और दूसरा female (मादा) को. तीसरा noun दर्शाता है common gender को. 


Those nouns that are used for both the genders are known as common gender, like...
जो noun दोनो gender को बताए उसे common gender कहते हैं, जैसे...

child, adult, animal student, baby

Some nouns are neither masculine nor feminine. Such nouns are categorized as neuter gender, like...
कुछ noun ऐसे भी होते हैं जो न masculine और न ही feminine होते हैं. ये neuter gender के कहलाते हैं, जैसे...

book, pencil, car, room, tree

Number Noun - संख्या वाचक संज्ञा

A noun that indicates a single object is a singular noun
एक वस्तु की जानकारी देने वाले noun को singular (एक वचन) noun कहते हैं.

Noun indicating more than one object is recognized as a
plural noun. 
एक से अधिक वस्तुओं की जानकारी देने वाले noun को plural (बहू-वचन) noun कहते हैं. 

The form of the noun used, also provides information about the number of objects being described.
Noun
के रूप से यह भी जानकारी प्राप्त हो जाती है कि वह एक व्यक्ति या वस्तु 

Singular and Plural
Just like in Hindi, English language too provides for two types of number nouns.
जैसे हिंदी में होता है, अंग्रेजी में भी दो प्रकार के number nouns का प्रवधान हैं.

For example...
उदाहरण के तौर पर...
Singular (एक वचन)

Plural (बहू-वचन)
boy (लड़का)
और
boys (लड़के)
girl (लड़की)
और
girls (लड़कियां)
class (कक्षा)
और
classes (कक्षाएं)
ox (बैल)
और
oxen (बैलें)
mouse (चुहा)
और
mice (चुहे)

The noun that gives an indication of a single object is grouped as a Singular Noun, whereas, any noun that gives an indication of more than one object is grouped as a Plural Noun.

जिस संज्ञा (noun) से एक व्यक्ति या वस्तु का आभास होता है वह Singular (सिंगुलर - एक वचन) कहलाता है और एक से अधिक व्यक्तियों या वस्तुओं का आभास कराने वाले. 

Generally it possible to identify the singular or plural nouns from the noun words themselves, but then, there are also some words, like sheep, deer, cod etc, that have the same form for both singular and plural uses. To identify whether these words are singular or plural, we have to analyze the sentences in which they are used.

साधारण तौर पर संज्ञा के रूप को देख कर बताया जा सकता है कि वह एक-वचन है या बहू-वचन. लेकिन कुछ संज्ञा ऐसे भी हैं (जैसे sheep, deer, cod आदि) जो दोनों वचनों में एक ही रूप में उप्युक्त होते हैं. इन्के singular या plural होने की पहचान करने के लिये वाक्य में उनके उपयोग का अधययन करना पड़ता है.

Case कारक
Case of a noun or pronoun discusses whether the person or object in consideration is the subject of the sentence or its object.
noun
या pronoun का केस यह बताता है कि वह व्यक्ती या वस्तु वाक्य में कर्ता (subject) की भूमिका में है या कर्म (object) की.

A third case also elaborates on the ownership of something.
एक तीसरा केस भी होता है जो वाक्य में मालिकाना सम्बन्ध की जानकारी देता है.
Depending on the use of the noun or 
pronoun in a sentence it can also be classified into one of the following cases...
वाक्य में अपने उपयोग के आधार पर संज्ञा को निम्नलिखित तीन में से एक केस में वर्गिकृत किया जा सकता है.
  • Nominative Case
  • Accusative Case
  • Possessive Case
When a noun or a pronoun is used as a subject of a verb, it is in the Nominative Case.

जब किसी संज्ञा या सर्वनाम का वाक्य में उपयोग कर्ता के रूप में किया जाता है तो उसे Nominative Case का दर्जा दिया जाता है.

The noun is said to be in the Accusative Case, if it is used as the object of a verb in the sentence.
जिस संज्ञा का उपयोग क्रिया के कर्म के रूप में किया गया हो उसे Accusative Case का होना कहा जाता है. 

for eg.
Ram drove the car.
इस वाक्य में Ram कर्ता की भूमिका में है और car कर्म की.
इसलिये Ram का रूप nominative case है,
और car का accusative case.
The car was driven by Ram
इस वाक्य में Ram कर्म की भूमिका में हो गया और car कर्ता की.

इसलिये car का रूप nominative case है,
और Ram का accusative case.

When the noun denotes ownership or possession it said to be in the Possessive Case.

जब किसी संज्ञा के उपयोग से मालिकाना सम्बन्ध प्रतीत होता है तब उस Possessive Case के रूप में होना बताया जाता है.
for eg.
This is Ram's car.
इस वाक्य में car पर Ram का मालिकाना सम्बन्ध प्रतीत होता है.
इसलिये Ram's का रूप possessive case है.

Adjective (एडजेक्टिव) - विशेषण

Adjective is a word used to describe, point out or specify the number of the person, animal, place or thing specified in a noun.

An adjective is used to incorporate additional meaning to any noun - to describe the object.

विशेषण एक ऐसा शब्द है जो संज्ञा द्वारा दर्शाए गये व्यक्ति, पशू, स्थान या वस्तु का विवरण करता है, उसकी ओर इशारा करता है या उसकी संख्या बताता है.


Adjective किसी noun के साथ जोड़ कर उसके अर्थ में कुछ वृद्धि के उद्देश्य से प्रयोग किया जाता है. Adjective का प्रमुख उद्देश्य noun द्वारा उल्लेखित व्यक्ति, प्राणी, स्थान या वस्तु का वर्णन करना होता है.
He is a lazy boy.

यहाँ lazy शब्द का प्रयोग boy के बारे में जानकारी देता है.
यह बताता है कि लड़का आलसी है.

Here the word 
lazy describes the boy.
I like that painting.

इस वाक्य में that का उपयोग कौन सी painting पसंद है बताने के लिये किया गया है.
In this sentence 
that points to the painting (thing)

The basket has some brinjals.

यहाँ पर some से noun brinjal कितने हैं, इस बात का पता चलता है. 
Some is used before brinjal to give an indication of the number (quantity) of brinjals.

ऊपर के वाक्यों adjective के उदाहरण lazythat और some हैं.
Lazythat and some used in the sentences above are examples of adjectives.
Adjective किसी noun का कैसा विवरण करता उसके आधार पर उसे (adjective को) अलग-अलग श्रेणिओं में वर्गिकृत किया जा सकता है.
Depending on the type of description it provides for a noun, the adjective can be classified into different categories.
उपयोग पर आधारित adjective को निम्न वर्गों में विभाजित किया जाता है...
Adjectives can be divided into the following categories, depending on their use...

Adjective of Number

Adjective of number का उपयोग "कितने" प्रश्न के उस उत्तर में होता है जहाँ गिनती की जा सकती. यह बताता है कि कितने व्यक्तियों या वस्तुओं से हमारा अभिप्राय है या व्यक्ति या वस्तु किस क्रम में है.
Adjective of number is used to answer the question how much, wherever it can be counted.
Definite Numeral Adjective
Definite numeral adjective निश्चित संख्या की जानकारी देता है.
Definite numeral adjective gives information in terms of the exact number.
One, two, three इत्यादि.
ये cardinals कहलाते हैं और ये कितने (how many) सूचित करते हैं. 
These are cardinals, they inform about the number.
First, second, third इत्यादि.
ये ordinals कहलाते हैं और ये "क्रम में कितवा" सूचित करते हैं. 
these are ordinals and they describe the position in a series.
Indefinite Numeral Adjective

वह adjective जो कोइ निश्चित संख्या प्रकट नहीं करता indefinite numeral adjective कहलाता हैं, जैसे...Adjectives that do not give a definite number are known as indefinite numeral adjective, like...
all, no, many, few, some any, certain, several

इन्हीं शब्दों का उप्योग Adjective of Quantity के लिये किया जाता है. विभाजन के समय उस noun पर गौर करने जिसका यह विवरण देता हैं. यदि उस noun को गिना जा सकता है तो यह Adjective of number के अंतर्गत वर्गिकृत होगा, नहीं तो इसे Adjective of Quantity का दर्जा दिया जायेगा.
These adjectives are same as those used in the 
Adjective of Quantity. The classification depends on the noun that they describe - if the noun is countable then it is Adjective of Number otherwise it is Adjective of Quantity.

Distributive Numeral Adjective
Distributive numeral adjective वह adjective है जो किसी वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति या वस्तु का बोध करता है.
1.
Each boy must pass the exam.
2.
Every man should do his duty.
3.
I want to meet every member of the team.
यहाँ each और every ऐसे adjective जो प्रत्येक boy, man या word.

Adjectives for Comparison

एक श्रेणी के nouns में तुलना करने में Adjectives की विशेष भूमिका है. English भाषा में तुलना 3 स्तर पर की जा सकती है.
Adjectives used to compare nouns of the same category are Adjectives of Comparison. There are three levels of comparison in the English language.
पहला स्तर - Positive Degree
The first level of comparison is the positive degree.
पहले स्तर पर adjective का प्रयोग उसके साधारण रूप में होता है, जैसे...
> 
Raju is strong.
यहाँ पता चलता है कि Raju बलवान है.
इसका उपयोग केवल किसी गुण की उपस्थिती का वर्णन करने के लिये किया जाता है. यह उस adjective का positive degree कहलाता है. 
दूसरा स्तर - Comparative Degree
The second level of comparison is the comparative degree. This type of compares between two things or persons.
दूसरे स्तर पर adjective का प्रयोग दो व्यक्तियों या वस्तुओं के बीच तुलना करने के किया जाता है, जैसे...
> 
Raju is stronger than Mahesh.
इस वाक्य से यह जानकारी मिलती है कि Raju और Mahesh में से Raju ज्यादा बलवान है.
यहाँ stronger शब्द strong का comparative degree कहलाता है.

तीसरा स्तर - Superlative Degree
The superlative degreee of comparison is used when comparing between more than two objects or persons
तीसरे स्तर पर adjective का प्रयोग दो से अधिक व्यक्तियों या वस्तुओं के बीच तुलना करने के किया जाता है, जैसे...
> 
Raju is the strongest amongst his friends.
यह वाक्य जानकारी देता है कि Raju अपने मित्रों में सबसे अधिक बलवान है.
यहाँ strongest शब्द strong का superlative degree कहलाता है.

Demonstrative Adjective
Demonstrative adjecitves are used to point or indicate the noun that is being discussed...

Demonstrative adjective
इस बात का संकेत करता है कि हमारा अभिप्राय किस व्यक्ति या वस्तु से है. जैसे...

1.
This boy is strong.
2.
These mangoes are sour.
3.
I like such things.

Demonstrative adjectives are generally used to answer the "which" questions.
Demonstrative adjective
का उपयोग "कौनसे" प्रश्न के उत्तर में होता है.

Note
Just note that this or that is used when refering to a singular noun, while these or those is used to refer to plural nouns.
यह ध्यान रहे कि singular noun के साथ this और that का प्रयोग होता है और यदि plural noun हो तो these और those का प्रयोग किया जाता है.

Position of Adjectives
वाक्य में उपयोग करने के लिये adjective स्थान मायने रखता है. आम तौर पर इसका उपयोग उस noun के साथ ही होता है. noun के तुरंत पहले या तुरंत बाद.
The location of the adjective in a sentence is important. Generally it is used just before or just after the noun.
प्रायः adjectives का स्थान noun के तुरंत पहले होता है, नीचे के उदाहरण में यह देखा जा सकता है...
pretty girl, strong boy, kind man, ferocious lion
The examples above show the use of adjectives just before the noun. This the most common way of positioning an adjective.
जब बहुत से adjective किसी एक noun से सम्बन्धित होते हैं उन्हें प्रकट करने के लिये उन्हें अधिकतर noun के बाद रखा जाता है.
When multiple adjectives are used to describe a noun, then they are often placed after the noun as shown below...
The prince, tall and handsome, walked down the road.
किसी adjective के अर्थ को स्पष्ट करने के लिए जब कोई word या phrase प्रयुक्त होता है तब उस adjective को sentence में noun के बाद रखा जाता है.
A soldier, taller than his comrades, came forward.

Pronoun (प्रोनाउन) - सर्वनाम

he word that is used in place of a noun is called a pronoun.
It is often better to use a pronoun for indicate an object, thing or place. It gives a better meaning and improves the impact to the message that you want to deliver.

Pronoun
वह शब्द है जो Noun के स्थान पर प्रयोग किया जाता है. हिंदी में इसे सर्वनाम कहते हैं.


निम्न दो sentences पर गौर कीजिए...
1.
Raju is absent because Raju is ill.
2.
Raju is absent because he is ill.
बार-बार Raju बोलने की एवज दूसरी बार Raju के स्थान पर he बोलना ज्यादा अच्छा लगता है.
Pronoun के प्रयोग से लगता है कि उसी व्यक्ति के बारे में बात हो रही है जिस का उल्लेख पहले किया जा चुका है. हर बार नाम के उपयोग करने से लगता है जैसे हर बार एक नये पात्र के बारे में चर्चा की जा रही है. प्रोनाउन का अध्ययन निम्न तीन मुख्य वर्गों में किया जा सकता है.

Verb (वर्ब) – क्रिया

Verb is that word or group of words in the sentence that specifies the action taken or the state of the subject.
Verb is probably the most important part of speech in the english language.

It is so important that no sentence can be complete without a verb.

Verb वह शब्द या शब्दों का समूह है जो किसी व्यक्ति या वस्तु के सम्बन्ध में कुछ बताये या उनके द्वारा किये गये किसी कार्य को प्रकट करते हैं.Verb की भूमिका किसी भी sentence में एकदम अहम होती है. यहाँ तक कि verb के बिना कोई sentence बनता ही नहीं, बाकि के parts of speech के अंतर्गत वर्गित शब्द-समूहों का sentence में होना आवश्यक नहीं है. 


उदाहरण:
निम्न वाक्यों में laughswas drivenis verb के उदाहरण हैं.
1.
यह Noun (Rinku) द्वारा किया जा रहे कार्य के बारे में बताता है.
Rinku laughs
2.
Noun (car) के लिए किसी अन्य के द्वारा किये गये काम की
जानकारी देता है.
The car was driven..
3.
Noun (cat) क्या है या किस हाल में है इस बारे में यहाँ
जानकारी प्राप्त होती है.
The cat is good.

Transitive and Intransitive Verbs

Verb
के दो प्रमुख प्रकार हैं - Transitive Verb और Intransitive Verb.



Transitive Verb

A verb that denotes an action occurs, occured or will occur between the subject and the object in a sentence is called a transitive verb.

Transitive Verb वह verb है जिससे किसे हरकत का ब्योरा मिलता है. इस श्रेणी में वह क्रिया आते हैं जो एक संज्ञा के द्वारा दूसरे पर किये गये कार्य को दर्शाता है.


He kicked the ball.

She cuts the vegetable.

Intransitive Verb

A verb that denotes a state of the noun it describes in the sentence is called an intransitive verb.
Intransitive Verb वह verb है जिससे संज्ञा की अवस्था या अस्तितव की जानकारी मिलती है. 



She is a girl.

The baby sleeps.

 

 

 

Active and Passive Voice

Let us compare the two sentences shown below...
निम्न वाक्यों की तुलना करो...
Active voice
Raju helps Hari.
Passive voice
Hari is helped by Raju.
The content of both the sentences is same. But, the first statement the form of the verb shows that Raju - the subject of the sentence - is doing something, is active, whereas the second sentence is showing that Hari - the subject of the sentence is inactive (passive).

दोनो वाक्यों का भाव एक ही है. किन्तु पहले वाक्य में, verb का स्वरूप यह दिखाता है कि कर्ता Raju स्वयं कार्य करता है और दूसरे वाक्य से ज्ञात होता है कि कर्ता Hari के लिए कार्य किया गया है. पहले वाक्य में चर्चा Raju पर केन्द्रित है जो कार्य में सक्रीय (active) है और दूसरे में चर्चा Hari पर केन्द्रित जो कार्य के संदर्भ में निश्क्रीय (passive) है.
When form of the verb indicates that the sentence is active then it is said to be in Active Voice, similarly when the form indicates that the subject is passive it is referred to as Passive Voice.
जब verb से ऐसा प्रकट हो कि कर्ता स्वयं कार्य कर रहा है, तब उसे active voice में होना कहा जाता है. और जब verb से ऐसा प्रकट हो कि कर्ता स्वयं कार्य नहीं कर रहा है बल्कि कोई उसके लिए कार्य कर रहा है, तब कहते हैं कि वह passive voice में है.
Mood (भाव)
The most common use of the verb is to describe an event or ask a question. Besides this the verb is used to issue an order or express the possibility. These different situations that a verb describes are known as moods.

क्रिया का सबसे साधरण प्रयोग किसी घटना का वर्णन करना या प्रश्न पूछना है. इसके अलावा verb का प्रयोग आज्ञा व्यक्त करने के लिए भी किया जा सकता है या verb का प्रयोग केवल संभावना प्रकट करने के लिए किया जा सकता है. इन भिन्न-भिन्न अवस्थाओं या दशाओं को जिनमें क्रिया काम के करने या होने को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त हो सकती है moods कहते हैं.
English languages has three moods... 
English
भाषा में तीन moods होते हैं... 
  • Indicative,
  • Imperative और
  • Subjunctive.
Indicative Mood
Indicative mood is used to...
Indicative mood का प्रयोग होता हैं ...
  • Describe a fact, like...
वास्तु-स्थिति के वर्णन के लिए, जैसे...
1.
Rama goes to a school daily.
2.
He writes neatly.
3.
The child is alive.

  • Ask a question...
    प्रश्न पूछने के लिए...
1.
Will you play with me?
2.
Are you going home?
Imperative Mood
Imperative mood is exhibited when we ask somebody to do something. This mood is of three types - 
Imperative mood
प्रकट होता है जब हम किसी को कुछ करने के लिये कहते हैं. यह मूड (भाव) तीन प्रकार के हो सकते हैं -
  • आज्ञा - Order or command
  • शिक्षा या उपदेश - Training or Advice
  • अनुरोध या प्रार्थना - Request or prayer
इन तीनों मूड का प्रयोग निम्न वाक्यों में दिखलाया गया है...


Command (आज्ञा)
This mood is exhibit when a command is issued - somebody is ordered to do something.

यह मूड दिखता है जब कोई आदेश दिया जाता है - किसी को कुछ करने की आज्ञा दी जाती है.
1.
Wait there.
2.
Come here.
3.
Open your book at page 10.
Training and Advice (शिक्षा और उपदेश)
This mood is displayed when you advice somebody or give instructions to train or educate.

जब हम किसी को कोई सलाह या शिक्षा देते हैं तब यह मूड दिखाई देता है.
1.
Be steady.
2.
Take care of your health.
3.
Try to do better.




Prayer or request (प्रर्थना)
When you request somebody do something, imperative mood in play, that too in the prayer or request mode.
जब किसी से कोई अनुरोध या प्रार्थना करते हैं तो इस श्रेणी का मूड निर्मित होता है.
1.
Have mercy on us.
Subjunctive Mood
The third mood is known as subjunctive mood. Verbs used to express a wish, purpose or contrary to truth, to express a condition are said to express the subjunctive mood.
तीसरा mood कहलाता है subjunctive mood. इच्छा, उद्देश्य, सत्य के विपरीत, कोई शर्त या कल्पना की भावना को प्रकट करने वाले verbs को subjunctive mood का होना कहा जाता है.
Wish or Desire (इच्छा)
1.
I wish I were there.
2.
God save my friend.
Purpose (उद्देश्य)
1.
We eat so we may live.
2.
Take care that no mistakes are made.
Contrary to fact (सत्य से विपरीत), Condition (शर्त), Supposition (कल्पना)
1.
He would go if he were here.
2.
If I were sick, I would go to the doctor.

Tenses (काल)
Another important role of the verb is to given an indication of the relation of an action in relation to the time-frame. It should be clear whether the action is current, occured in the past is expected to occur in the future.
Verb की एक और महत्वपूर्ण भुमिका कर्म का समय चक्र का सन्दर्भ की जानकारी देने की है. Verb के रूप से पता चलता है कि कर्म वर्तमान समय में चल रहा है, गुजरे समय में हो चुका है या आगे आनेवाले समय में होने वाला है.
Present Tense
The verb that indicates the current time is in the Present Tense.
Verb
जो वर्तमान समय को सूचित करता है Present Tense होता है.

Past Tense
The verb that points to an previous time-frame, time that has already passed is said to be in the Past Tense.
Verb
जो गुजरे समय को सूचित करता है Past Tense होता है.

Future Tense
Similarly, if the time-frame indicated by the verb is yet to come, ie is in the future, the verb is said to be in the Future Tense.
वह Verb जो भविष्य में आने वाले समय को सूचित करता है Future Tense होता है.

Present Tense
Past Tense
Future
walk to school
walked to school.
shall walk to school.

Sahib runs fast.
Sahib ran fast.
Sahib will run fast.

The children play football.
The children played football.
The children will play football.

 

Verb: Person and Number


Personal pronouns की ही तरह verbs के भी first, second और third person के अलग अलग रूप होते हैं.
इस भेद की वजह से वाक्य का verb में उपयोग करते समय ध्यान रखना पड़ता है कि उसी person का verb लगाया जाये जिस person का subject (कर्ता) उस वाक्य में प्रयुक्त होने वाला हो.
अतः हम कहते हैं....
1st Person
I am.
2nd Person
You are.
3rd Person
He is.
इतना ही नहीं - इस बात का भी ख्याल रखना जरूरी है कि subject में प्रयुक्त Noun या pronoun द्वारा वर्णनन किये जाने वाली वस्तु या व्यक्ति कि संख्या कया है -
  • एक है - singular (एक वचन), या
  • एक से अधिक है - plural (बहु-वचन)


Singular
Plural
I am.
We are.
She has.
They have.
The girl comes.
The girls come.

Sentence
में verb के संख्यात्मक रूप को भी person के जैसे subject की संख्या से मेल खाना चाहिए. प्रयोग के समय Verb का रूप तय करते वक्त person और number दोनो का मेल subject के person और number से किया जाना आवश्यक है.
Auxiliary Verbs
Often to complete the moodtense or other information in a sentence a supporting verb is (or verbs are) used along with the main verb of sentence. These supporting or assiting verbs are known as Auxiliary verbs.
किसी वाक्ये के भाव (mood), काल (Tense), व्यक्ति (Person) और संख्या (Number) को सही और पूर्ण रूप से प्रस्तुत करने के लिए कई बार उस में verb के साथ एक या एक से अधिक auxiliary (सहायक) verbs का उपयोग करना आवश्यक हो जाता है.

जैसे...
had walked
यहां had, will, was और is पर गौर करें. ये सभी शब्द auxiliary (सहायक) verbs की भूमिका निभा रहे हैं. इनका उपयोग किसी दूसरे main verb के साथ किया गया है. इनकी सहायता से main verb को अलग-अलग tense में पेश किया गया है.
will run
was calling
has been talking


Some verbs that are generaly used as auxiliary verbs are given below

कुछ
verbs जो आम तौर पर auxiliary verbs के रूप में प्रयुक्त होते हैं निम्न हैं...

The Verb
Its forms
1.
be
am, is, are, was, were, been, being
2.
have
have, has, had
3.
shall
shall, should
4.
will
will, would
5.
do
do, does, done, did
6.
can
can, could
7.
may
may, might




Adverb (एडवर्ब) - क्रिया विशेषण
Adverb शब्द-भेद की श्रेणी को कहते हैं जिनसे verb, adjective या अन्य adverb के अर्थ को सुधारते या उसकी विशेषता प्रकट करते हैं उनके बारे में अतिरिक्त जानकारी देते हैं. 

Adverb is the 
part of speech that provide additional information about some verb, adjective or some other adverb.

जैसे adjective से किसी noun या pronoun के अर्थ में सुधार होता है, उसी तरह adverb से verb, adjective या किसी अन्य adverb के अर्थ में सुधार होता है.
Just like an adjective describes some noun or pronoun, an adverb describes some verb, adjective or some other adverb.
Raju runs quickly.
This is a very sweet mango.
Sahib reads quite clearly.
वाक्यों के आरम्भ में प्रयुक्त adverb कभी-कभी किसी एक शब्द को modify न करके सम्पूर्ण वाक्य को modify करता है.
Adverbs used at the beginning of a sentence sometimes modify the meaning of the entire sentence.
Evidently the facts are correct.
Luckily no one was hurt in the accident.
Probably he is mistaken.

Adverbs are also categorised into several sub-categories depending on the nature of modification or description they provide to their parent words. 
Click here to read about the kind of adverbs.

Use an Adverb (
एडवर्ब का उपयोग)
In a sentence, the adverb is placed near the verb or adjective that it is describing. The meaning of the sentence is effected by the position of the adverb, for eg.

Adverb
जिस शब्द की विषेशता का विवरण करता है और उस adverb को पास से पास रखना चाहिए क्योंकि वाक्य में adverb की स्थिति के अनुसार वाक्य के अर्थ में परिवर्तन हो जाता है, जैसे...
I have often thought of going to my grandparent's house.
यहाँ often का प्रयोग thought के साथ किया गया है. Often से पता चलता है कि मैं कितनी बार सोचता हूँ.
I have thought of goingoften to my grandparent's house.
यहाँ often का प्रयोग going के साथ किया गया है. यहाँ पर पता चलता है कि मैं कितनी बार जाना चाहता हूँ.

When describing an intransitive verb, the adverb is generally placed after the verb.


Intransitive verb
की विशेषता प्रकट करने वाला adverb सामान्य रूप से उस verb के बाद आता है.

My friend lives here.
She speaks fluently.
The adverbs of time like always, never, ever, often, seldom, sometimes and irregularly are placed before the verbs they modify.

Adverbs of time,
जैसे always, never, ever, often, seldom, sometimes और irregularly उन verbs के पहले आता है जिनका वे अर्थ सुधारते हैं.
always go to school on time.
She never speaks a lie.
but, ये adverbs को to be verb के बाद प्रयुक्त किया जाता है.
He is always cheerful.
जब किसी transitive verb के बाद उसका कर्म हो तब adverb कर्म के पश्चात आता है.
He performed his duty carefully.
जब किसी वाक्य में verb के साथ उसका कोई auxiliary verb जुड़ा हो तब उस verb की विषेशता बयान करने वाला adverb प्रायः auxiliary verb और main verb के बीच प्रयुक्त होता है.
I have always told him to work hard.
He does not know my address.









Preposition
(प्रेपोजिशन)
सम्बन्ध सूचक-अव्यय
Preposition वह शब्द या शब्दों का समूह है जो किसी Noun या Pronounके साथ प्रयोग किया जाता है. Preposition उस Noun या Pronoun का सम्बन्ध किसी दूसरे शब्द से प्रदर्शित करता है.

The word or group of words that are used with a noun or pronoun to express its relation with some other word in the sentence is known as a Preposition.
निम्न वाक्यों पर नज़र डालें और इन में in, of और into के उप्योग पर गौर करें... 
Observe the use of 
in, of and into in the sentences below.
The farmer is in the field.
यहाँ दो noun farmer और field के बीच सम्बन्ध को in शब्द से प्रकट किया गया है. 

Here the word 
in specifies the relationship between the two nounsfarmer and field.
She is fond of milk.
इस वाक्य में of का उपयोग adjective fond द्वारा व्यक्त गुण और milk के सम्बन्ध को प्रकट करता है.

Of describes the relationship between the adjective fond and noun milk.

The mouse jumped into the pot.
यहाँ पर into से verb jumped द्वारा होने वाले कार्य और pot के सम्बन्ध को प्रकट किया गया है.

The 
verb jumped and the noun pot is related by the word into.

Types of Preposition
Relations indicated by Prepositions (Prepositions द्वारा प्रकट होने वाले सम्बन्ध)
Preposition द्वारा प्रकट होने वाले सम्बन्धों को 9 श्रेणियों में वर्गित किया जा सकता है. 

Prepositions can be classified into 9 categories depending on the type of description they provide.
Place (स्थान)
1.
He ran across the road.
2.
He stood behind the curtain.
3.
The shoes are kept under the table.
4.
She sat beside me.
Time (समय)
1.
Everybody was happy after his graduation
2.
He arrived before me.
3.
The train was behind time.
4.
He will not come until tomorrow.

Agency - instrumentality (द्वारा या साधन)
1.
She sent the parcel by post .
2.
She cut the vegetables with a knife.
3.
I heard the news through my friend.
Manner (ढंग)
1.
He fought with courage.
2.
He escaped death by inches
Cause, reason, purpose (कारण या उद्देश्य)
1.
He shivers with fever.
2.
The doctor gave medicine for a cold
3.
She lost her purse through negligence
Possession (अधिकार)
1.
The boy with red hair is handsome.
2.
The President of India visited Raipur.
Measure (माप), standard (प्रमाण), rate (दर), value (मान या कीमत)
1.
The bank pays interest at six percent
2.
Cloth is sold by the metre.
3.
I am taller than you by two inches.
Contrast (विरोध, अंतर), concession (विशिष्ट अधिकार)
1.
With all his faults I admire him.
2.
For one enemy he has a hundred friends.
Inference (निष्कर्ष), motive (अभिमान आशय), source (मूल या जरिया) or origin (मूल या आरम्भ)
1.
His skill comes from practice.
2.
From what I know, he is a good man.


Conjunction
(कंजंक्शन)
समुच्चय बोधक अव्यय
Conjunction वह शब्द है जो दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ता है.
Conjunction is the word that joins two words or sentences.

1.
Two and two make four
2.
I like to study but he likes to play.
Conjunctions की ही तरह relative pronouns, relative adverbs और prepositions भी शब्दों या वाक्यों को जोड़ने का काम करते हैं इसलिए इन्हें अलग अलग चिन्हित करते समय सावधानी बरतना ज़रूरी है.

Relative 
pronouns, relative adverbs and prepositions also join words and sentences, hence care has to be taken while classifying them into the different parts of speech.
Correlative Conjunctions
कुछ conjunctions को जोड़ों में प्रयुक्त किया जाता है, जैसे...
Some conjunctions are used in pairs, like this...
  • Either....or
  • Neither....nor
  • Both....and
  • Between....and
  • Though....yet
  • Whether....or
  • Not only .... but also
इस प्रकार pairs में उपयोग किये जाने वाले conjunctions को correlative conjunctions कहते हैं.

Conjunctions used in such pairs are referred to as correlative conjunctions.
Compound Conjunctions
हम बहुत से compound expressions का उपयोग conjunctions की तरह करते हैं; इनको हमcompound conjunctions कहते हैं.

Often we use compound expressions as conjunctions; such expressions as called compound conjunctions.
  • even if
  • so that
  • on condition that
  • as well as
  • as soon as
Conjunctions को दो भागों में विभाजित किया जाता है – 
Types of Conjunctions (कंजंक्शन के प्रकार)
Subordinating Conjunction
आश्रित समुच्चय बोधक अव्यय

A subordinating conjunction connects two clauses that depend on each other.

Subordinating conjunction
दो ऐसे clauses को जोड़ता है जिसमें से एक दूसरे पर अर्थ व्यक्त करने के लिए निर्भर होता है. कुछ प्रमुख subordinating conjunctions निम्न दिये हैं... 


After, because, if, that, though, although, till, before, unless, as, when, where, while, than.


Depending on the way the two clauses connect the conjunction can be classified into the following 7 categories.
अर्थ के अनुसार subordinate conjunctions निम्न 7 वर्गों में विभाजित किया जा सकता है.
Time - समय:
जो समय का बोध कराए. That gives the indication of time
.
1.
I would die before I lie.
2.
I returned home only after he had left.

Cause or Reason - कारण: 

जो कारण बताए. That express the cause.
1.
My teeth are stronger because I clean them regularly.
2.
Since you wish it, it will be done.
Purpose - उद्देश्य: 

जो उद्देश्य का बोध कराए. The indicates the purpose.
1.
We eat that we may live.
2.
I held her hand lest she should fall.
Result or Consequence - परिणाम: 

जो परिणाम की जानकारी दे. That indicates the result or the outcome.
1.
He was so tired that he could hardly stand.
Condition - शर्त: 

शर्त प्रस्तुत करता है. Expresses a condition or criteria.
1.
I will go if Raju comes.
2.
Your problems cannot be solved unless you discuss them.
Concession - रिआयत: 

रिआयत या छूट देने वाले clause को जोड़े. That conects a clause that gives concession.
1.
I will trust him although he betrayed me.
Comparison - तुलना: 

ऐसा conjunction जो तुलना करता है. The conjunction that compares.
1.
She is smarter than I am.

Interjection
(इंटरजेक्शन)
विस्मयादि बोधक अव्यय
निम्न उदाहरणों पर ध्यान दें...
See the examples below...
Hurrah! We have won.
Alas! I miss him.
Hurrah! Alas! इत्यादि जैसे शब्दों को interjections कहते हैं. इनका प्रयोग प्रबल भावनाओं को व्यक्त करने के लिए होता है. Grammar के दृष्टिकोण से इन शब्दों का वाक्य के अन्य शब्दों से सम्बन्ध नहीं होता. Interjections का प्रयोग हृदय में एकदम या अचानक होने वाले भावनाओं को भी व्यक्त करने लिए होता है.

The words like Hurrah! Alas! etc are called interjections. These words are used to express very strong, sudden sentiments. Grammatically these words have no connection with the sentences they are used with.

Interjection से व्यक्त होने वाली कुछ भावनाएँ निम्न हैं...
Below are some sentiments that are expressed with interjections...

Joy / खुशी
Hurrah! Wow!
Grief / गम या दुख
Alas! On No!
Surprise / झटका
Oh! Ah! What!
Approval / स्वीकृती
Bravo!
कुछ शब्दों के समूह को भी interjection के रूप में प्रबल भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त कर लेते हैं, जैसे...

Sometimes some group of words are also used together to express strong sentinments, like...
·                  Ah me!
·                  For shame!
·                  Well done!
·                  Good gracious!

लिखते समय, Interjection के अंत में एक्सक्लमेशन मार्क (विस्मय सूचक चिन्ह) लगाया जाता है.

While writing, the exclamation mark (!) is used to mark the end of an Interjection.


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